Bhajan-Ram-06
बधैया बाजे बधैया बाजे आंगने में बधैया बाजे ..
राम लखन शत्रुघन भरत जी झूलें कंचन पालने में . बधैया बाजे आंगने में बधैया बाजे ..
राजा दसरथ रतन लुटावै लाजे ना कोउ माँगने में . बधैया बाजे आंगने में बधैया बाजे ..
प्रेम मुदित मन तीनों रानी सगुन मनावैं मन ही मन में . बधैया बाजे आंगने में बधैया बाजे ..
राम जनम को कौतुक देखत बीती रजनी जागने में बधैया बाजे आंगने में बधैया बाजे ..
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