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Today Festivals

Happy Guru Nanak Dev Jayanti

Gurpurab, also known as Guru Nanak Gurpurab, is a Sikh festival that celebrates the birth anniversary of Guru Nanak Dev Ji, the founder of Sikhism and the first of the ten Sikh Gurus. This day, also called Guru Nanak Jayanti, is one of the most important and revered days in the Sikh calendar and is celebrated with great devotion and festivity by Sikhs worldwide. **Key Aspects of Gurpurab Celebrations**: 1. …Read More

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Tulsi Vivah

***** *तुलसी-विवाह ******तुलसी विवाह प्रभु श्री हरि विष्णु के जागने के पश्चात् रचाया जाता है। यानी कि प्रभु श्री हरि विष्णु को 12 नवम्बर एकादशी रात्रि को शास्त्रोंक्त मंत्र के द्वारा जगाया जाता है उसके पश्चात् ही तुलसी विवाह प्रारंभ होता है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को श्री देवउठनी / श्री देव प्रबोधिनी एकादशी कहते हैं जो इस बार 12 नवम्बर 2,024 मंगलवार के दिन है। इसी …Read More

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Chhath-Puja-2024

छठ महापर्व आज से शुरु, इस दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां, नहीं मिलता है व्रत का पुण्य ! Chhath Puja 2024: छठ पर्व की शुरुआत नहाय खाय (Nahay Khay) से होती है और इस दिन से शुद्धता और पवित्रता का पूरा ध्यान रखा जाता है. इसलिए छठ नियमों का पूरी तरह से पालन करें और गलतियों से बचें. Chhath Puja 2024: छठ पूजा का पर्व कार्ति शुक्ल पक्ष …Read More

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Bhai-Dooj

भाई दूज का महत्व और इतिहास भाई दूज का पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम और रिश्ते का प्रतीक है। यह त्यौहार दीपावली के दो दिन बाद कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। भाई दूज को भारत में विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे कि पश्चिम बंगाल में इसे ‘भाई फोटा’ और महाराष्ट्र में ‘भाऊ बीज’ कहते हैं। भाई दूज का पौराणिक इतिहास भाई दूज से …Read More

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Happy Goverdhan Pooja

Govardhan Pooja, also known as Annakut or Annakoot, is a significant Hindu festival that falls the day after Diwali. It commemorates the lifting of Govardhan Hill by Lord Krishna to protect the residents of Vrindavan from torrential rains sent by Lord Indra, the god of rain and storms. This event symbolizes the importance of faith, devotion, and the humility of worshipping nature and the divine over superficial powers. On this …Read More

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Deepawali

Diwali, often referred to as the “Festival of Lights,” holds deep layers of meaning beyond its traditional association with the return of Lord Rama to Ayodhya after his victory over Ravana. While the historical and religious origins of Diwali vary across regions and communities—celebrating different legends like the victory of Krishna over Narakasura, the birth of Goddess Lakshmi, or the worship of Kali—the festival is fundamentally about the triumph of …Read More

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अहोई व्रत की रीतियाँ और परंपराएँ

**अहोई व्रत की रीतियाँ और परंपराएँ** हिंदू धर्म में विशेष स्थान रखती हैं, और यह व्रत मुख्यतः माताओं द्वारा अपनी संतान की लंबी उम्र, सुख और समृद्धि की कामना के लिए किया जाता है। इस व्रत की कई रीतियाँ और परंपराएँ हैं, जिनका पालन बड़े आदर और श्रद्धा के साथ किया जाता है। आइए, इन रीतियों और परंपराओं पर एक नज़र डालते हैं: **व्रत का संकल्प और उपवास**:    अहोई …Read More

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अहोई व्रत का महत्व

**अहोई व्रत का महत्व** हिंदू धर्म में विशेष रूप से माताओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। यह व्रत मुख्य रूप से संतान की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि, और स्वास्थ्य की कामना के लिए रखा जाता है। इस व्रत का पालन विशेष रूप से महिलाओं द्वारा किया जाता है, खासकर उन माताओं द्वारा जिनकी संतानें हैं। अहोई व्रत के प्रमुख महत्व: 1. **संतान की सुरक्षा और दीर्घायु की कामना**: यह …Read More

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Happy Dussehra

Happy Dussehra! Today Is The Day That Marks The Victory Of Good Over Evil. The Day Is Also Known As Vijayadashami. The Festival Is Celebrated With Immense Fervour Across India. Dussehra Celebrates Lord Rama’s Victory Over The 10-Headed Demon King Ravana. Dussehra Signifies The Victory Of Goddess Durga Over Demon Mahishasura. After Nine Days Of Battle, Durga Emerged Victorious On The Tenth Day, Which Symbolises The Destruction Of Evil Forces. …Read More

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Day 9: Maa Siddhidatri,October 11, 2024,Friday

Day 9: Maa Siddhidatri On Day 9 Of Navratri, Maa Siddhidatri Is Worshipped. Drik Panchang Says That At The Beginning Of The Universe, Lord Rudra Worshipped Adi-Parashakti For Creation. It Is Believed That The Goddess Of Power, Adi-Parashakti Had No Form. However, She Appeared In The Form Of Siddhidatri From The Left Half Of Lord Shiva  

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